भेड़ाघाट में हादसा होते होते बचा, रोपवे में फंसे कुछ लोग, फिर एनडीआरएफ ने इस तरह से बचाई जान, देखिए यह खबर - India2day news

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शनिवार, 27 मई 2023

भेड़ाघाट में हादसा होते होते बचा, रोपवे में फंसे कुछ लोग, फिर एनडीआरएफ ने इस तरह से बचाई जान, देखिए यह खबर

 


हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।पिछले वर्ष झारखंड के देवघर स्थित त्रिकूट रोप-वे हादसे को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ वाराणसी की टीमों द्वारा आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन योजना के तहत उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के रोप-वे स्थलों स्थानीय प्रशासन के साथ सयुंक्त मॉक अभ्यास किया जा रहा है।  इसी कड़ी में आज शनिवार को डिप्टी कमांडेंट सन्तोष कुमार की देखरेख में भेड़ाघाट में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, विभिन्न हितधारकों एवं रोप-वे संचालन से जुड़े कर्मचारियों के साथ संयुक्त रूप से केबल कार आपात स्थिति पर मॉक अभ्यास आयोजित किया गया।

   




    

मॉक एक्सरसाइज के दौरान केबल कार इमरजेंसी पर एक परिदृश्य चित्रित किया गया । जिसमें नर्मदा भेड़ाघाट में रोप-वे पर किसी तकनीकी समस्या की वजह से केबल कारें लगभग 90 फुट की ऊंचाई पर अटक गई हैं और उनके अंदर यात्री फंस गये। 

     

इस घटना के बारे में तत्काल आपातकालीन नियंत्रण को सूचना दी गई । वहाँ से एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया । घटना स्थल पहुंचते ही एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक मूल्यांकन किया और साथ ही ऑपरेशन के बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट और संचार पोस्ट की स्थापना की और आकलन के बाद टीम ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और सभी फंसे हुए पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव व अन्य तकनीक के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाला। मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया। पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम (आईआरएस ) के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया।

     




मॉक अभ्यास में डीडीएमए, स्वास्थ्य, एसडीईआरएफ, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग, वन विभाग, अस्पताल के कर्मचारी, रोप-वे टीम के कर्मचारी, विभिन्न हितधारकों के कर्मियों ने भाग लिया। मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य सभी हितधारकों के बीच समन्वय बनाना, उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था, जिससे कभी भी केबल कार (रोप-वे) दुर्घटना में त्वरित कार्यवाही करते हुए मानव जीवन को बचाया जा सके।

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