बड़ी खबर: बड़ी ही बेरहमी से मेखला रिसोर्ट में ले जाकर लड़की हत्या करने वाला यह निकला हत्यारा, इस वजह से की थी हत्या, अब पुलिस ने उसे बड़ी मुश्किल से पकड़ा, फिर उसने बताई हत्या की यह वजह, देखिए यह खबर - India2day news

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शनिवार, 19 नवंबर 2022

बड़ी खबर: बड़ी ही बेरहमी से मेखला रिसोर्ट में ले जाकर लड़की हत्या करने वाला यह निकला हत्यारा, इस वजह से की थी हत्या, अब पुलिस ने उसे बड़ी मुश्किल से पकड़ा, फिर उसने बताई हत्या की यह वजह, देखिए यह खबर

हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।पिछले दिनों देश भर में तिलवारा स्थित मेखला रिसोर्ट के हत्याकांड की चर्चा थी । चर्चा होना लाजमी थी क्योंकि आरोपी ने युवती की हत्या करने के बाद इंस्टाग्राम पर आकर वीडियो वायरल कर दिया और उसके बाद कई बार ऑनलाईन आकर अपने गुनाह को कबूल किया । लगातार ऑनलाईन आकर पुलिस को चैलेंज करने के बाद पुलिस के लिये मेखला रिसोर्ट हत्याकांड एक चुनौती बन गया था। लगातार टीमें देश के विभिन्न राज्यों में आरोपी को पकड़ने में लगी हुई थी। आरोपी को न पकड़ने को लेकर पुलिस पर लगातार सवालियों निशान लग रहे थे और आज जाकर पुलिस को सफलता मिल गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा हत्यारे आशिक को राजस्थान के अजमेर के पास सिरोही में पकड़ लिया गया। और शहर ले आया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को उसकी प्रेमिका की बेवफाई बर्दाश्त नहीं हुई जिसके चलते उसने उसकी हत्या कर दी थी। आरोपी मृतका से शादी करना चाहता था परंतु युवती लगातार अन्य युवकों से संपर्क में थी। और इस कारण आरोपी ने बेदर्दी से उसकी हत्या कर दी।



आदतन चोर है हेमंत, महाराष्ट्र में 37 अपराध दर्ज हैं


पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी के द्वारा अपनी आधार आई.डी अभिजीत पाटीदार और म्रतक लडकी की आधार आई.डी राखी शर्मा के नाम से दी गई थी जो विवेचना को दौरान दोनो आधार आई.डी फेक पाई गई म्रतक लडकी की पहचान कुमारी शिल्पा झारिया पिता गुलाब प्रसाद झारिया 21 वर्ष निवासी भोका देवरी थाना कुंडम के रूप मे हुई ।


उक्त संपूर्ण परिस्थिति जन्य साक्ष्य से यह पाया गया कि मेखला रिसार्ट के चैक इन- चैक आउट रजिस्टर पर दर्ज एवं दी गयी आधार आई डी के अनुसार अभिजीत पाटीदार के व्दारा मृतिका का नाम पता छुपा कर फेक आई डी देकर मेखला रिसार्ट होटल में रूका और उसकी हत्या कर फरार हो गया। चूंकि आरोपी अभिजीत पाटीदार का जबलपुर कोतवाली में भी पूर्व में धारा 420 भा.द.वि. का पंजीबध्द होने से और आरोपी का पता ठिकाना गलत होने से फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे के द्वारा घटना स्थल पर मिले चांस फिंगर प्रिंट का मिलान नेफिस सिस्टम में निवेशित करने पर महाराष्ट्र नासिक के अपराध के बाद हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र-29 वर्ष निवासी राधाकण्ण नगर नासिक महाराष्ट्र के रूप में पहचान हुई। जो कि आदतन मोटर सायकिल चोरी करने का आरोपी होना पाया गया जिसके विरूद्ध महाराष्ट्र में कुल 37 अपराध पंजीबद्ध होना पाये गये। विवेचना दौरान टेक्सी ड्रायवर के द्वारा बताया गया कि ने 07 नवबंर को उसकी टेक्सी से लखनादौन जाते समय रास्ते में ए.टी.एम से रूपया निकाला था उक्त जानकारी मिलने पर बैंक से जानकारी ली गई बैंक से घटना समय का फुटेज एवं ट्रांजेक्सन की डिटेल ली गई तो जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त समय में शिल्पा झारिया के एकाउंट से पैसे की निकासी हुई है।


टीमें की गई गठित


उपरोक्त घटित हुई सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर श्री उमेश जोगा (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री आर. आर. सिंह परिहार (भा.पु.से.) के निर्देशन तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री शिवेश सिंह बघेल नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रिंयका शुक्ला (भा.पु.से) द्वारा आरोपी की तलाश पतासाजी हेतु टीमे लगायी गयी जो नागपुर , गुजरात, बिहार, राजस्थान भेजी गई थी । सायबर सेल के माध्यम से भी आरोपी तक पहुंचने का हर संभव प्रयास किये जा रहे थे । आरोपी लगातार अपना स्थान बदल रहा था जो पिछले 10 दिनो में लगभग 4000 कि.मी. एक राज्य से दुसरे राज्य भाग कर प्रतिदिन मृतिका के ए.टी.एम से 20 हजार रूपये निकाला करता था। उल्लेखनीय है कि उप निरीक्षक रजनीश मिश्रा की टीम द्वारा आरोपी के रिवाडी हरियाणा, उना हिमाचलप्रदेश, चण्डीगढ, तथा राजस्थान के अलवर, अजमेर, सिरोही तक लगातार 4 , दिनों तक लगभग 3500 कि.मी. तक पीछा  करते हुये सी.सी.टीव्ही फुटेज खंगाले गये, बस स्टैण्ड एवं होटल चैक किये गये। इस दौरान विभन्न राज्यों में पदस्थ आई.पी.एस. अधिकारी श्री मृदुल (चण्डीगढ), श्री मनंदिर सिंह (पंजाब), सुश्री काम्या मिश्रा (बिहार), श्रनिक लोधा (महाराष्ट्र) के द्वारा तत्काल वांछित मदद प्रदाय की गयी।



आरोपी का सायबर सेल के माध्यम से पीछा किया जा रहा था जो 17 नवम्बर को सुबह 08/00 बजे आरोपी के द्वारा अजमेर से ए.टी.एम से 20 हजार रूपये निकाले जाने की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के द्वारा अजमेर के पुलिस अधीक्षक श्री चूनाराम (भा.पु.से.) तथा नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुश्री प्रियंका शुक्ला द्वारा 2019 के राजस्थान कैडर के आई.पी.एस. अधिकारी श्री सुमीत मेहरडा से तत्काल सम्पक कर आरोपी के संबंध में जानकारी दी गई, जिस पर पुलिस अधीक्षक अजमेर द्वारा एस.डी.ओ. पी. विजय सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर जिस ए.टी.एम से आरोपी के द्वारा पैसा निकाला गया था सीसीटीवी की फुटेज चैक करते हुये आरोपी की जानकारी ली गई, आरोपी के बस में बैठकर अजमेर से बाहर जाने की जानकारी लगने पर थाना सवरूपागंज में सघन वाहन चौकिंग लगाई गई सवरूपागंज थाना प्रभारी हरिसिंह राजपूत के द्वारा आरोपी को दिनांक 18/11/2022 को हिरासत में लिया गया।


चरित्र शंका और अन्य पुरुषों से संबंध बनी हत्या की वजह

आरोपी ने पूछताछ पर अपना नाम हेमंत भदाणे पिता राजेन्द्र भदाणे उम्र 29 वर्ष निवासी राधाकण्ण नगर नासिक महाराष्ट्र बताते हुये बताया गया कि वह मृतिका शिल्पा से प्रेम करता था, शिल्पा के व्हाट्सएप में अन्य पुरुष के साथ फोटो देखने पर चरित्र पर शंका होने पर उसे समझाने का प्रयास किया, क्योकिं वह मृतिका शिल्पा से शादी करना चाहता था परंतु शिल्पा से जब भी वह फोन पर बात करना चाहता था, शिल्पा का मोबाईल हमेशा व्यस्त होने से संदेह और गहराता गया, जिस कारण योजनाबध तरीके से शिल्पा की ब्लेड से हमला कर हत्या कर दी और हत्या करने के बाद मृतिका का मोबाईल, ए.टी.एम कार्ड, चैन, कान की बाली लेकर भाग गया। आरोपी हेमंत । भदाणे के कब्जे से मृतिका का मोबाईल, ए.टी.एम कार्ड, चैन, कान की बाली, नगदी - 1 लाख 52 हजार 450 रूपये जो एटीएम से 1 निकाले थे, जप्त की गयी है ।


उल्लेखनीय भूमिका


आरोपी को गिरफ्तार करने में फिंगर प्रिंट निरीक्षक श्री अखिलेश चौकसे , सायबर सेल में कार्यरत आरक्षक अमित पटेल, सौरभ, अरविंद, उनि अभिषेक कैथवास आरक्षक हरिसिंह क्राईम ब्रांच के सउनि धनंजय सिंह,, प्र. आर. शेषनारायण, आरक्षक मुकुल गौतम, मुकेश परिहार एवं सायबर सेल ■ के आर. नवनीत चक्रवर्ती गुजरात की टीम के उप-निरी अनिल गौर, प्र. आर. - सुग्रीव तिवारी, आरक्ष अरविन्द, बालाराम राजस्थान, चण्डीगढ, पंजाब की टीम के उप-निरी रजनीश मिश्रा , आरक्षक त्रिलोक, हरिसिंह, अभिदीप भट्टाचार्य, आनंद यादव आदि की ■ महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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